जनपद में तहसील एवं थानों में भ्रष्टाचार चरम पर , उपजिलाधिकारी का आदेश भी नहीं मानते थानाध्यक्ष रतनपुरी- धर्मेन्द्र मलिक
अपने खेत से घर तक मिट्टी लाने पर किसान पर होती है कार्यवाही, दलालों के माध्यम से खनन करने की पूरी छूट
चकबंदी के अधिकारीयों पर पुरबालियान में ग्राम समाज, नाले की भूमि का कर रहे है सौदा करने का आरोप
तहसील का अधिकारियों पर खनन माफियाओं से मिली भगत कर अवैध खनन कराने का भी लगाया आरोप
मुजफ्फरनगर– शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर जनपद में तहसील एवं थानों में व्याप्त भ्रष्टाचार से अवगत कराया भारतीय किसान यूनियन और अराजनीतिक के राष्ट्रीय प्रवक्ता र्मेन्द्र मलिक ने कहा कि थानाध्यक्ष उपजिलाधिकारी के फोन पर भी घटना स्थल पर नहीं पहुंचते है। जनता का फोन थानाध्यक्ष रतनपुरी उठाते नहीं है। यही हाल सभी थानों का है । किसान अगर अपने खेत से अपने प्रयोग के लिए मिट्टी उठाता है तो इस पर जुर्माना होता है लेकिन अगर दलालों के माध्यम से खनन होता है तो कोई कार्यवाही नहीं होती।
दोनों अधिकारियों से जनपद में कानून का राज स्थापित करने की मांग करते हुए एक लिखित पत्र सबूतों के साथ देते हुए कार्यवाही की मांग की है
इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी उमेश मिश्रा से मुलाकात हुए शिकायत की कि तहसील खतौली ग्राम समौली में पुलिस, प्रशासन,दलालों के संरक्षण में चल रहे अवैध खनन को रोकने एवं शिकायत का संज्ञान न लेने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही की जानी चाहिए
उन्होंने कहा कि ग्राम समौली तहसील खतौली मुजफ्फरनगर में अवैध खनन पुलिस, प्रशासन, दलालो की मिलीभगत से जोरो पर है। ग्रामीणों द्वारा शिकायत करने के बाद तहसीलदार खतौली 28 मार्च 2025 को रात्रि में 9:42 पर रात्रि मौके पर पहुंची लेकिन इनके विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई। तहसीलदार के मौके पर पहुंचने की वीडियो भी मौजूद है।
इसके बाद कुछ लोगों की खनन के नाम पर अवैध वसूली करते हुए वीडियो वायरल हुआ, लेकिन प्रशासन द्वारा इसका भी कोई स्वत: संज्ञान नहीं लिया गया और खनन 10 अप्रैल 2025 की रात्रि को भी जारी था। ग्रामीणों ने 10 अप्रैल की रात्रि इसकी जानकारी देने हेतु थाना रतनपुरी को 10:24 रात्रि से लेकर 10:54 तक फोन किए गए लेकिन थानाध्यक्ष रतनपुरी द्वारा फोन नहीं उठाया गया। इसके बाद ग्रामीणों द्वारा उपजिलाधिकारी खतौली को फ़ोन पर सूचना दी गई उन्होंने पुलिस भेजने का आश्वाशन दिया। ग्रामीणों ने इंतजार करने के बाद पुलिस क्षेत्राधिकारी को भी फोन किया। इसके बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं होने पर मुझे फोन किया गया।
मेरे द्वारा उपजिलाधिकारी खतौली एवं क्षेत्राधिकारी बुढ़ाना को सूचना दी गई , जिस पर अधिकारियों ने कार्यवाही का आश्वाशन दिया गया लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंची
बाद में उपजिलाधिकारी से फिर वार्ता की गई लेकिन ऐसा महसूस हुआ कि पुलिस को भेजने में उपजिलाधिकारी भी असमर्थ है
इन पूरे वार्तालाप के स्क्रीन शॉट एवं प्रमाणित करने हेतु सभी लोगों की कॉल डिटेल से भी प्रमाणित किया जा सकता है
आपसे आग्रह है कि उपरोक्त विषय में संबंधित लोगों के विरुद्ध अविलंब करवाई की जाय।
