राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी ने उठाई तिब्बतियों परिवारों के दर्द की आवाज

राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी ने उठाई तिब्बतियों परिवारों के दर्द की आवाज

मुजफ्फरनगर : राष्ट्रीय सामाजिक संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी ने शुक्रवार को नवम्बर माह का सामूहिक राष्ट्रगान कार्यक्रम शहर के सोल्जर बोर्ड परिसर में आयोजित किया। यहां प्रत्येक वर्ष की भांति इस बार भी बाजार लगाने आये बौद्ध धर्म के अनुयायी तिब्बती क्षेत्र के महिला और पुरुषों ने भी प्रतिभाग किया। इस दौरान तिब्बत में चीन का कब्जा होने को लेकर आक्रोश प्रकट करते हुए तिब्बतियों की समस्याओं के निकारण के लिए संघर्ष में साथ रहने का भरोसा दिया गया।
राष्ट्रीय सामाजिक संस्था के अध्यक्ष मनीष चौधरी द्वारा पिछले चार वर्षों से समाज में भाईचारे का संदेश देने और युवा पीढ़ी को तिरंगे के नीचे लाकर राष्ट्रवाद की भावना जागृत करने के उद्देश्य से प्रत्येक माह की एक तारीख को मासिक सामुहिक राष्ट्रगान का आयोजित किया जा रहा है। शुक्रवार को सोल्जर बोर्ड में कार्यक्रम हुआ। इसमें संस्था के महासचिव फैजुर रहमान, सचिव केपी चौधरी के अलावा अनेक भूतपूर्व सैनिकों और तिब्बती महिलाओं तथा पुरुषों ने प्रतिभाग किया।
प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी ने मीडिया कर्मियों से बातचीत में कहा कि आज का सामूहिक राष्ट्रीय गान देश के अमर शहीदों और सैनिकों को समर्पित रहा है। मेरे पिता भी सेना में रहे हैं, तो इस कारण मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस करता हूं और समाज में भी सम्मान मिलता है। इस हमने तिब्बतियों बहन और भाइयों के बीच आकर उनकी समस्याओं और तिब्बत पर चीन के अतिक्रमण पर आवाज उठाने के लिए प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि देश की एकता और अखंडता के साथ ही युवाओं को राष्ट्रवाद से जोड़ने के लिए भूतपूर्व सैनिकों का भी सकारात्मक योगदान है। आज तिब्बत में चीन का अनावश्यक हस्तक्षेप और अतिक्रमण बढ़ने के कारण ही वहां के निवासियों को अपनी आजीविका हासिल करने के लिए दूर दराज तक भटकना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार से तिब्बतियों के उत्पीड़न के खिलाफ कदम उठाने की मांग करते हैं, क्योंकि भारत हमेशा ही तिब्बत के साथ खड़ा रहा है। रिटायर्ड फौजी कैप्टन प्रदीप वशिष्ठ कृष्णापुरी ने सामूहिक राष्ट्रगान कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि प्रत्येक भारतवासी और सैनिक का सपना यही है कि तिब्बत चीन के अतिक्रमण से पूरी तरह से आजाद हो जाये। सूबेदार मेजर रिटायर्ड धर्मपाल सिंह ने कहा कि सामूहिक राष्ट्रगान कार्यक्रम की खास बात यह है कि आज यहां से तिब्बत के नागरिकों की समस्याओं को उठाते हुए सरकार से तिब्बत को आजादी दिलाने के लिए मांग की गई। ऐसे कार्यक्रम ही लोगों को राष्ट्रवाद की भावना से जोड़ने में सहायक हैं। मनीष चौधरी ने तिब्बत से आये महिला एवं पुरुषों को भरोसा दिया कि वो उनके अधिकारों की लड़ाई को भूतपूर्व सैनिकों के साथ मिलकर उठायेंगे और उनके लिए संघर्ष कर रहे संगठनों के साथ मिलकर इस लड़ाई को और वृहद बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार से मांग करते हैं कि वो तिब्बत में चीन के अतिक्रमण और हस्तक्षेप के खिलाफ कदम उठाये।
इस दौरान मुख्य रूप से लेफ्टिनेंट हरि लाल कौशिक, सूबेदार पी सिंह, सूबेदार प्रदीप कुमार, ब्रह्मानन्द चौहान, सूबेदार प्रेम चंद, राकेश कुमार, डीपी त्यागी ने तिब्बती बहन और भाइयों को सोल उड़ा कर सम्मानित किया, नायमा टसोमो, ताशी टसोमो, तेनजिन, चेमी, डिक्की, फारबो डोलमा, लखपाल डोलमा, नसुब और तसेनिम आदि ने समस्त समाजसेवी टीम एवं सभी भूतपूर्व सैनिकों की प्रशंसा कर आभार जताया इस कार्यक्रम में भूतपूर्व सैनिक और तिब्बती नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

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