सहारनपुर जिले में नानौता क्षेत्र के गांव फतेहपुर में एक परिवार का 56 साल पुराना जख्म मंगलवार को फिर हरा हो गया। यहां के रहने वाले वायु सेना के जवान सियाचीन ग्लेशियर में 56 साल पहले प्लेन हादसे में शहीद हो गए थे। मंगलवार को अचानक सेना के दो जवान शहीद के घर पहुंचे और परिवार को इतने साल बाद शव मिलने की जानकारी दी। यह खबर सुनते ही मृतक के पोतों और अन्य परिजनों की आंखें नम हो उठीं। जवान का शव बुधवार या गुरुवार तक गांव लाया जाएगा।
गांव फतेहपुर निवासी रामदिया के घर पुत्र मलखान सिंह का जन्म 18 जनवरी 1945 को था। मलखान के एयरफोर्स में भर्ती होने के बाद घर की हालत में धीरे-धीरे सुधार आया। लेकिन महज 23 साल की उम्र में 22 जनवरी 1968 को ड्यूटी के दौरान वह सियाचीन ग्लेशियर से गुजर रहे थे कि उनका प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। काफी तलाश करने के बावजूद मलखान सिंह का सुराग नहीं लग पाया था।
सेना के दो जवान मंगलवार को उनके घर पहुंचे। उन्होंने बताया कि मलखान सिंह का शव बरामद हुआ है। शव के पास से मिले बैच नंबर से उनकी पहचान हुई है। सेना द्वारा सहारनपुर के नानौता थाने में संपर्क किया गया। स्थानीय पुलिस की मदद से सेना के जवान के मलखान सिंह के घर तक पहुंचे।