पूर्वी लद्दाख में चीन और भारत के बीच जारी सैन्य गतिरोध पर थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने मंगलवार को कहा कि इस क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर स्थिति स्थिर है, लेकिन सामान्य नहीं है और संवेदनशील बनी हुई है। जनरल द्विवेदी ने कहा कि हालांकि, विवाद के समाधान पर दोनों पक्षों के बीच कूटनीतिक वार्ता से एक ‘‘सकारात्मक संकेत’’ सामने आ रहा है, लेकिन किसी भी योजना का क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर सैन्य कमांडरों पर निर्भर करता है। वह चाणक्य रक्षा संवाद में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस पूरे परिदृश्य में विश्वास को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है।
सेना प्रमुख द्विवेदी ने कहा, ‘‘स्थिति स्थिर है, लेकिन यह सामान्य नहीं है… और संवेदनशील है। अगर ऐसा है, तो हम क्या चाहते हैं? हम चाहते हैं कि अप्रैल 2020 से पहले वाली स्थिति बहाल हो।’’ दोनों देशों की सेनाओं के बीच सैन्य गतिरोध मई 2020 की शुरुआत में शुरू हुआ। दोनों पक्षों ने गतिरोध वाले बिन्दुओं से कई सैनिकों को हटाया है, लेकिन इसके बावजूद अभी तक सीमा विवाद का पूर्ण समाधान नहीं निकला है। जनरल द्विवेदी ने कहा, ‘‘जब तक स्थिति बहाल नहीं होती है, हालात संवेदनशील रहेंगे और हम किसी भी प्रकार की आकस्मिक स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।’