पूरी एचआर टीम को नौकरी से निकाले जाने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यह ऐक्शन मैनेजर ने उस वक्त लिया जब उसे पता चला कि उनका ऑटोमैटिक सिस्टम गलती से सभी जॉब एप्लिकेशन्स रिजेक्ट किए जा रहा है। हद तो तब हो गई जब इस सिस्टम ने मैनेजर के आवेदन को भी रद्द कर दिया। नौकरी की तलाश अक्सर किसी कठिन लड़ाई का एहसास दिलाती है। अनगिनत आवेदक कई आवेदन जमा करते हैं, जिनमें से कई को तो कभी कोई रिप्लाई भी नहीं मिलता। अगर अप्लाई करने के तुरंत बाद रिजेक्ट होने का ईमेल आए तो काफी निराशा होती है। इससे संदेह होता है कि एप्लिकेशन पर नजर डाली भी गई या नहीं।
यह ठीक ऐसा ही मामला है। एक मैनेजर ने उस हैरान करने वाली गलती के बारे में बताया जिसके चलते पूरी HR टीम को निकाल दिया गया। दरअसल, नौकरी की तलाश करने वाले एक आवेदक ने तुरंत रिजेक्ट हो जाने को लेकर शिकायत की थी। इसके जवाब में मैनेजर ने अपना अनुभव साझा किया। इन दोनों को ठीक एक ही समय पर रिजेक्शन वाला ईमेल आया था। ऐसे में चयन प्रक्रिया को लेकर सवाल उठने लगे। मैनेजर ने कमेंट किया, ‘एचआर के ऑटो रिजेक्शन सिस्टम को लेकर मैं काफी क्रोधित हूं। आलम यह है कि बीते 3 महीने में हमें एक भी योग्य कैंडिडेट नहीं मिल सका।
मैनेजर ने बताया कि उन्होंने मामले की जड़ तक जाने का फैसला लिया। इसके लिए उन्होंने नया ईमेल अकाउंट खोला और फर्जी नाम से सीवी भेजी। आखिरकार नतीजे काफी निराशाजनक रहा। उन्होंने बताया कि एचआर वालों के ऑटोमैटिक सिस्टम की वजह से मेरी सीवी तुरंत रिजेक्ट कर दी गई। किसी व्यक्ति ने इस पर एक नजर भी नहीं डाली। मैनेजर ने कहा, ‘ऊपरी मैनेजमेंट को इस खराबी के बारे में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इसके बाद एचआर डिपार्टमेंट की आधी टीम को नौकरी से निकाल दिया गया। कुछ समय बाद दूसरों पर भी कार्रवाई हुई।’ यह टेक इंडस्ट्री का मामला है, जहां ये मैनेजर काम करते हैं। उन्होंने बताया कि ऐक्शन लेने की वजह यह भी थी कि उन्हें गलत जानकारियां दी गईं। उन्होंने कहा कि इस मामले में एचआर की ओर से झूठ बोला गया था।