गरीब.. असहाय.. बेसहारा.. अनाथ कूड़ा बनाने बच्चों को पढ़ाकर इतिहास रचने वाले सिंगल सत्यम के जज्बे को सलाम

समाज सेवी ने गरीब और बेसहारा बच्चों के बीच मनाया अपने बेटे का जन्मदिन

गरीब.. असहाय.. बेसहारा.. अनाथ कूड़ा बनाने बच्चों को पढ़ाकर इतिहास रचने वाले सिंगल सत्यम के जज्बे को सलाम

उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर में प्रसिद्ध समाज सेवी मनीष चौधरी ने अपने बेटे सक्षम चौधरी का जन्मदिन गरीब और बेसहारा बच्चों के बीच केक काटकर मनाया गया इस बीच गरीब और बेसहारा बच्चों को कॉपी पेंसिल सहित पढ़ाई से संबंधित सामग्री भी भेंट की गई। जहां एक और लोग अपने परिवारों में सिमट कर अच्छे और बड़े होटलों में अपने बच्चों का जन्मदिन मनाते हैं तो वही मनीष चौधरी द्वारा गरीब बेसहारा कूड़ा बीनने वाले बच्चों के बीच अपने बेटे सक्षम चौधरी का जन्मदिन मनाया है यह बात नगर में चर्चा का विषय बनी हुई है।

कूड़ा बीनने वाले गरीब असहाय और बेसहारा बच्चों कोई इक्कठा कर नशा वृत्ति से छुटकारा दिलाकर पढ़ाई के रास्ते पर लगाने वाले सिंगल सत्यम के जज्बे को सलाम

दरअसल जनपद मुजफ्फरनगर में सैकड़ो अनाथ असहाय और बेसहारा गरीब बच्चे कूड़ा बीनते बीनते नशे की लत में पड़ रहे हैं… जो कूड़ा बीनने के बाद फ्लूड का नशा करके अपने जीवन को बर्बाद कर रहे हैं… बिजली विभाग में कार्यरत सिंगल सत्यम ने अपनी ड्यूटी करने के बाद सड़कों पर घूम रहे कूड़ा बीनने वाले अनाथ बेसहारा बच्चों को इकट्ठा करना शुरू किया.. बच्चों की सुविधा के अनुसार सिंगल सत्यम ने इन बच्चों के लिए रेलवे स्टेशन पर झुग्गियां बनाकर इसके लिए क्लास रूप तैयार किए … क्योंकि मुख्य धारा से कटे ये बच्चे किसी बिल्डिंग में जाने के लिए किसी का भी विश्वास नहीं करते थे… इसलिए सिंगल सत्यम ने रेलवे स्टेशन पर झुग्गियां बनाकर उनके बच्चों के लिए क्लासरूम बनाए और इन्हें पढ़ लिखकर अच्छा इंसान बनाने के लिए तैयार किया… अब इन बच्चों का मन पढ़ाई में लगना शुरू हो गया है .. सिंगल सत्यम को 35 बच्चे इकट्ठा करने के लिए एक वर्ष का समय लग गया यह बच्चे फिलहाल दिनभर कूड़ा बीनते हैं और फिर सही 4:00 बजे पढ़ाई के लिए अपनी क्लास में पहुंच जाते हैं… इन बच्चों के लिए प्रेरणा स्रोत बने सिंगल सत्यम ने बताया कि 4 बजाते ही यह सभी बच्चे अपने क्लास में पहुंच जाते हैं इनमें कई बच्चे पढ़ाई में काफी टेलेंडिड भी बताया जा रहे हैं… मगर सिस्टम की चक्की में पिस रहे इन बच्चों के लिए सरकारी योजनाएं भी किसी काम की नहीं है .. क्योंकि सिंगल सक्षम ने बताया कि वह दो बच्चों को अटल आवासीय विद्यालय में भेजना चाहते थे मगर वह नहीं भेज पा रहे.. जबकि अटल आवासीय विद्यालय इस तरह के बच्चों के लिए ही बनाया गया है।
जब सिंगल सत्यम के द्वारा गरीब बेसहारा बच्चों को सहारा देने का पता समाजसेवी मनीष चौधरी को चला तो समाजसेवी मनीष चौधरी के बेटे सक्षम चौधरी का जन्मदिन मनाने के लिए केक और बच्चों के लिए पढ़ाई से संबंधित उपहार लेकर पहुंच गए। और इन्हीं गरीब बच्चों के बीच समाचार भी मनीष चौधरी ने अपने बेटे सक्षम के जन्मदिन का केक काटा और बच्चों को खिलाया इसके साथ ही उन्हें उपहार देकर आशीर्वाद दिया समाज सेवी मनीष चौधरी ने सिंगल सत्यम के इस जज्बे की भी सराहना की और भविष्य में इन बच्चों को हर तरह से सहयोग करने का भरोसा दिलाया

 

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