देश की सबसे लोकप्रिय ट्रेन वंदे भारत का परिचालन रेलवे द्वारा अलग-अलग रूटों पर किया जा रहा है। यात्री भी अपने-अपने रूटों पर वंदे भारत के चलने से काफी खुश नजर आ रहे हैं। मगर ऐसी खबरें आ रही हैं कि कुछ रूटों पर वंदे भारत में सन्नाटा पसरा है। इन रूटों पर वंदे भारत ट्रेन यात्रियों की कमी से जूझ रही हैं, जिस वजह वंदे भारत का परिचालन बंद किए जाने की योजना बनाई जा रही है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आधा दर्जन से अधिक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का उद्घाटन किया। हालांकि, सभी रूटों पर यात्रियों की संख्या उत्साहजनक नहीं है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार, सिकंदराबाद-नागपुर वंदे भारत ट्रेन लगभग खाली चल रही है, जिसमें 80 प्रतिशत से अधिक सीटें खाली हैं।
सिकंदराबाद-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस की स्थिति चिंताजनक है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस रूट पर केवल 20 प्रतिशत यात्रियों ने यात्रा की है। 22 सितंबर (रविवार) को ट्रेन नंबर 20102 ने सिकंदराबाद से नागपुर के लिए प्रस्थान किया, जिसमें 1,200 से अधिक सीटें खाली थीं। ट्रेन की कुल क्षमता 1,440 सीटों की है। इसके अलावा, 88 सीटों वाली एग्जीक्यूटिव 10 से कम यात्रियों ने ही बुकिंग कराई थी।
इंडिया डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, यात्रियों की संख्या में कमी के कारण, अधिकारियों द्वारा सिकंदराबाद-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस की संचालन को बंद करने का विचार किया जा सकता है। यह ट्रेन 16 सितंबर को शुरू की गई थी। रेलवे अधिकारियों ने कहा है कि अगर यात्री संख्या कम रही तो कोचों की संख्या कम की जाएगी। वर्तमान में यह ट्रेन 20 कोचों के साथ चल रही है, लेकिन इसे घटाकर 8 कोचों में चलाने का निर्णय लिया जा सकता है। ऐसे में सीटों की संख्या काफी कम हो जाएगी। इस ट्रेन के जरिए रेलवे का लक्ष्य महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र को रामागुंडम, काजीपेट और सिकंदराबाद से जोड़ना था, ताकि स्थानीय लोग व्यापार, परिवार या पर्यटन संबंधित यात्रा का लाभ उठा सकें।